देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में शनिवार को आयोजित पासिंग आउट परेड में देश-विदेश के 490 जेंटलमैन कैडेट अपने-अपने देश की सेना की मुख्यधारा में शामिल हो गये। इनमें 423 जेंटलमैन कैडेट पास आउट होकर बतौर लेफ्टिनेंट भारतीय सेना का अभिन्न अंग बनें, जबकि मित्र देशों के 67 जेंटलमैन कैडेट भी पास आउट होकर अपने-अपने देश की सेना की मुख्यधारा में शामिल हुए।
शनिवार को आईएमए के चेटवुड बिल्डिंग के ड्रिल स्क्वॉयर में आर्मी बैंड की धुन पर 140 रेगुलर, 123 टेक्निकल और 25 यूईएस कोर्स के 490 कैडेट कदमताल के साथ पहुंचे। इस दौरान आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत बतौर रिव्यूइंग अफसर शामिल हुए। थल सेनाध्यक्ष ने परेड का निरीक्षण करते हुए सलामी ली। इससे पहले कैडेटों ने परेड में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर उपस्थित दर्शकों का मन मोहा। ड्रिल स्क्वॉयर पर कदमताल करते हुए 423 भारतीय और मिश्र राष्ट्रों के 67 जेंटलमैन कैडेट्स ने अंतिम पग पार किया। इससे पहले आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने सेना में शामिल हुए अफसरों को देश की सुरक्षा, सम्मान की चुनौतियां स्वीकार करते हुए बेहतर अफसर बनने के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने नव सैन्य अधिकारियों में जोश भरा। उन्होंने कहा कि वह सभी जूनियर ऑफिसर बधाई के पात्र हैं। साथ ही उनके प्रशिक्षक और मातापिता को बहुतबहुत बधाई देते हैं कि जिन्होंने कैडेड को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना को हर वक्त प्रशिक्षित रहना जरूरी है। हमें अपनी ट्रेनिंग कायम रखनी है। अगर हम सही तरीके से ट्रेनिंग करेंगे तभी सक्षम होंगे। कहा कि हमारी फौज में इस वक्त महिला अफसर तैनात हैं। पहले से हमारे यहां महिला कर्मचारी रही हैं। हमारे यहां नेवी और नर्सिंग सर्विस में महिलाएं हैं। इस वक्त इंजीनियर्स, सिग्नल यहां तक कि आर्म्ड फाेर्स में भी लेडी ऑफिसर सेवाएं दे रही हैं। लेकिन हमारी जो इस वक्त जवान और सरदार साहेबान (जेसीओ) रैंक में भी महिलाओं की जरूरत है। परेड के बाद सोमनाथ स्टेडियम में पहुंये कैडेटों ने शपथ लेते हुए बतौर लेफ्टिनेंट बनने पर जश्न मनाया। इस दौरान आर्मी चीफ भी अफसरों से मिलते हुए सेना में शामिल होने के लिए शुभकामनाएं दी। इस मौके पर कमाडेंट मेजर जनरल एसके उपाध्याय ने परेड, सेंट्रल कमांड के लेफ्टिनेंट जनरल डीआर सोनी, समेत अन्य मौजूद रहे।