मशरूम उत्पादन स्वरोजगार के रूप में बेहतर विकल्प

SGRR विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं ने सीखे मशरूम उत्पादन के गुर
देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। मशरूम उत्पादन को अब एक बेहतर स्वरोजगार के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। छात्र-छात्राएं व आम नागरिक अपने सामान्य कार्यों के साथ मशरूम पालन में रोजगार व आय के अवसर ढूॅंढ सकते हैं। सामान्य प्रशिक्षण व जानकारियों के आधार पर मशरूम पालन केन्द्र का सफलतापूर्वक संचालन किया जा सकता है। यह बात श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में आयोजित एक दिवसीय सेमीनार में विशेषज्ञों ने विस्तार पूर्वक समझाई।
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के सेमीनार हाॅल में एक दिवसीय सेमीनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता मशरूम अधिकारी, उत्तराखण्ड सरकार डाॅ संजय कमल छात्र-छात्राओं को मशरूम उत्पादन के गुणों व स्वरोज़गार के अवसरों से अवगत करवाया। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि दिन प्रतिदिन मशरूम उत्पादन के प्रति समाज में लोगों की जागरूगता बढ़ती चली जा रही है। एक आम नागरिक भी मशरूम उत्पादन के द्वारा अपनी आमदनी को बढ़ा सकता है जिसके लिए सरकार भी हर सम्भव मदद करवाती है।
कार्यक्रम संयोजक डाॅ दीपक सोम ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्वविद्यालय व अन्य संस्थाओं के छात्र-छात्राएं वर्तमान समय में श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण ले रहे हैं। विश्वविद्यालय की डीन डाॅ मनीषा सिंह ने सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डाॅ मनीषा सिंह, डाॅ दीपक सोम, डाॅ खिलेन्द्र सिंह, ममता रावत व जुगनू रस्तोगी का विशेष योगदान रहा। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या मंे छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

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