रुड़की। गोल्डन बाबा भी कांवड़ लेकर आस्था पथ पर निकल चुके हैं। गोल्डन बाबा को देखने के लिए जगह-जगह लोगों की भीड़ लगी रही। खरीदारी के बीच दुकानदारों में गोल्डन बाबा को देखने के लिए होड़ मची रही तो वहीं स्थानीय लोग भी एक झलक पाने को बेताब बने रहे।
गौरतलब है कि स्वर्ण आभूषण धारण करने को लेकर र्चचाओं में रहने वाले गोल्डन बाबा ने रुड़की में ही महाकालेश्वर की कांवड़ तैयार कराई है। 95 हजार रुपये में बनी गोल्डन बाबा की कांवड़ भी मेले में उनकी तरह ही लोगों के आकार्षण का केंद्र बनने जा रही है। अम्बर तालाब के कारीगरों की टीम ने गोल्डन बाबा की कांवड़ को कई दिनों की साज-सज्जा के बाद तैयार किया है। कांवड़ बनने के बाद दोपहर में गोल्डन बाबा इसे उठाने के लिए अपनी टीम के साथ रुड़की पहुंच गए। कांवड़ उठाने से पहले बाबा ने बाजार में जरूरी खरीदारी की। कार से उतरकर सिविल लाइंस में पैदल निकले गोल्डन बाबा को देखने के लिए दुकानदारों के साथ ही स्थानीय लोगों में भी बेचैनी बन गई। खरीदारी तक हर बाजार में रहने के कारण हर कोई गोल्डन बाबा की एक झलक पाने के प्रयास में बना रहा। कई स्थानीय लोगों के साथ बाबा ने फोटो खिंचाए और बाजार में चहलकदमी भी की। इसे देखते हुए पुलिस भी अलर्ट बनी रही। खरीदारी के बाद गोल्डन बाबा ने कांवड़ उठाते हुए हरिद्वार के लिए निकल गए। जहां से गंगाजल लेकर गोल्डन बाबा महाकालेश्वर मठ की ओर अपने कदम बढ़ाएंगे। पत्रकारों के पूछे जाने पर गोल्डन बाबा ने बताया कि वह एक संत हैं और शिव पूरी सृष्टि के स्वामी हैं। इसलिए वह बिन शिव को मनाए कैसे रह सकते हैं। शिव के अभिषेक को लेकर उन्होंने भी इस बार कांवड़ उठा ली है। शिवरात्रि पर महाकालेश्वर मठ पहुंचकर वह शिव का अभिषेक करेंगे।