74 विदेशी कैडेट भी हुए पास आउट
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में अंतिम पग भरते ही 383 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही 74 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। नेपाल के सेना प्रमुख जनरल राजेन्द्र छेत्री ने दीक्षांत परेड की सलामी ली।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) की पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया। सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी सार्जेंट मेजर शुभम सेहरावत, निर्मल सिंह, दिपेंद्र परमार, हर्ष प्रताप, सतेंद्र कुमार, कुणाल किशोर सिंह, प्रदीप सुबैया व नितेश ठाकुर ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। एडवांस कॉल के साथ ही छाती ताने जैंटलमैन कैडेट परेड के लिए ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे। देश के ये भावी कर्णधार जैसे ही ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे, आईएम परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके बाद परेड कमांडर आदित्य निखरा ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली।
एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने दर्शक दीर्घा में बैठे हरेक शख्स के भीतर ऊर्जा का संचार कर रहे थे। कैडेट्स ने शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठे हर शख्स को मंत्रमुग्ध कर दिया। तालियों की गड़गड़हाट के साथ कदम से कदम मिलाते 457 कैडेट ने रिव्यूइंग अफसर नेपाल के आर्मी चीफ राजेन्द्र छेत्री को सलामी दी। जेंटलमैन कैडेटों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नियंतण्र स्तर पर भारतीय सेना की अपनी अलग पहचान है। युवा जांबाज सेना की परम्परा को बनाये रखें। उन्होंने कैडेट से सैन्य अधिकारी बनने जा रहे युवाओं से हर चुनौती से सीखने का आह्वान भी किया। कहा कि युवा अफसरों को तकनीकी के साथ ही सामरिक रूप से भी पारंगत होना होगा। फील्ड मार्शल फिलिप चेटवुड व फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ का उदाहरण देते हुए उन्होंने युवा अफसरों को अपनी नेतृत्व क्षमता का विकास करने की प्रेरणा भी दी। इसके बाद पदक विजेताओं को अवार्ड दिए गए। इस दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई।
वहीं बता दें कि ऐतिहासिक ड्रिल स्क्वायर पर कदमताल करने वालों में सर्वाधिक 63 कैडेट उत्तर प्रदेश के हैं। वहीं, उत्तराखंड के 33, हरियाणा के 49, बिहार के 35,पंजाब के 29, हिमाचल प्रदेश व महाराष्ट्र के 22-22, राजस्थान के 20, जम्मू-कश्मीर के 17, मध्य प्रदेश के 14, पश्चिम बंगाल के 12, तमिलनाडु के 09, कर्नाटक व झारखंड के 8-8, मणिपुर व दिल्ली के 7-7, केरल के 05, आंध्र प्रदेश के 03, तेलंगना व असम के चार-चार, उड़ीसा के तीन, मिजोरम व चंडीगढ़ के 2-2, गुजरात, छत्तीसगढ़, मेघालय, नागालैंड व त्रिपुरा के एक-एक कैडेट परेड का हिस्सा बने। विदेशी कैडेटों में अफगानिस्तान के सर्वाधिक 45, तजाकिस्तान के 13, भूटान के 09, लेसोथो के तीन, तंजानिया के 2, नाइजीरिया व किर्गिस्तान के एक-एक कैडेट शामिल हुए।
इन्हें मिला पदक
स्वार्ड आफ आनर—————–सचिन कुमार चाहर
स्वर्ण पदक————————आदित्य निखरा
रजत पदक————————आतिश सहगल
कांस्य पदक———————–कुलदीप नानासाहेब पंवार
रजत पदक टेक्निकल ग्रेजुएट——-रोहित दिलीप पटवर्धन
सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट————बुखोरी सायदुलोव
चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर मेक्तिला कंपनी थिमैय्या बटालियन