देहरादून,( गढ़वाल का विकास न्यूज)। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से राज्य में बेरोजगारी, किसानी, भ्रष्टाचार और महंगाई जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सवाल पूछे हैं |
पत्रकारों से वार्ता करते हुए प्रीतम सिंह ने भारतीय जनता पार्टी को याद दिलाया कि 2017 के चुनावो में मोदी जी ने और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने राज्य के नौजवानों से वादा किया था कि उनकी सरकार बनेगी तो नौजवानों को रोज़गार मिलेगा, लेकिन अक्टूबर माह में आए CMIE (भारतीय अर्थव्यवस्था की निगरानी केंद्र) के आंकड़ों से यह पता चला है कि देश में सबसे ज़्यादा बेरोज़गारी दर उत्तराखण्ड में 22.3% है और अभी तक सरकारी विभागों में 40% से अधिक पद खाली पड़े हैं। प्रीतम सिंह ने कहा कि नड्डा जनता को बताएं भाजपा सरकार रोजगार पर किए गए चुनावी वादों को कब पूरा करेगी? बीजेपी युवाओं को अवसर प्रदान करने में विफल रही है, जिसके परिणामस्वरूप युवाओं में भारी निराशा और हताशा है।
किसान के मुद्दे पर उन्होंने सरकार को घेरते हुए पूछा कि भारतीय जनता पार्टी ने 2017 के चुनावो में किसानो से वादा किया था कि डबल इंजन की सरकार आने पर उनका कर्ज़ा माफ़ हो जाएगा, लेकिन चार वर्ष बीत गए हैं। वहीं अभी तक सरकार ने इसपर कोई विचार नहीं किया। नड्डा जी देशभर में आज किसान परेशान है इसपर भी जवाब दीजिए|
प्रीतम सिंह ने सरकार से उनके 2014 के वादे वन रेंक वन पेंशन के हवाले से भी पूछा कि उसे पूरी तरीके से कब लागू करेंगे। उत्तराखंड राज्य जो सैनिक बहुसंख्यक प्रदेश है और इससे प्रभावित है और देशभर में तीस लाख लोग इससे प्रभावित होंगे। इस विषय पर उन्होंने नड्डा जी से पूछा कि उनकी सरकार ने अब तक मौन क्यों धारण किया हुआ है।
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस और सौ दिन मैं लोकायुक्त लाने की बात पर प्रीतम सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से सवाल किया कि चार साल बीत गए, लेकिन लोकायुक्त का कोई अतापता नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री जी से उनपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपो पर भी सवाल पूछा। यही सवाल उन्होंने नड्डा जी से भी किए कि उनके मुख्यमंत्री इस परिपेक्ष में अपनी स्थिति स्पष्ट करे? सिंह ने एनएच 74 की सीबीआई जांच का भी अधूरा वादा याद दिलाया, जो विधानसभा में मुख्यमंत्री जी ने किया था, जिसपर आज तक कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है।
नड्डा जी से पांचवा सवाल प्रीतम सिंह ने महंगाई के मुद्दे पर किया। उन्होंने कहा महंगाई से त्रस्त हुई जनता आज बेहाल है। जब उन्होंने सरकार छोड़ी थी तब रसोई गैस की कीमत चार सौ रूपये थी और आज इसकी कीमत आसमान छूकर आठ सौ रुपए हो चुकी हैं। इस सरकार ने आम आदमी की थाली से उसका अनिवार्य हिस्सा प्याज भी छीन ली है.