अहमदाबाद में तीन दिवसीय इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर (टीटीएफ) का हुआ शुभारंभ

 

देहरादून/अहमदाबाद। तीन दिवसीय इंटरनेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म फेयर (टीटीएफ) का गुरुवार को अहमदाबाद में शुभारंभ हुआ। टूरिज्म फेयर में उत्तराखंड के पवेलियन में  20 से अधिक निजी होटल, ट्रेवल, एडवेंचर व्यवसायियों की ओर से स्टॉल लगाए गए हैं। टूरिज्म फेयर के दौरान उत्तराखंड पर्यटन का आगंतुकों के लिए विशेष आकर्षण बना रहा क्योंकि इसमें योगासन, राफ्टिंग, साइकिलिंग आदि का डेमोस्टेशन भी दिया जा रहा है। आयोजन में उत्तराखंड का प्रतिनिधत्व कमल किशोर जोशी, जनसंपर्क अधिकारी, उत्तराखंड पर्यटन कर रहे हैं। फेयर में उत्तराखंड के अतिरिक्त केरल, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, जम्मू कश्मीर, बिहार, पांडुचेरी, त्रिपुरा, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश व छत्तीसगढ़ आदि अन्य राज्यों के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इंटरनेशनल ट्रैवल टूरिज्म फेयर एक ऐसा मंच है जहां पर्यटन क्षेत्र अवसरों एवं संभावनाओं का आदान प्रदान किया जाता है। इस तरह के आयोजन पर्यटन के प्रवाह को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।

श्री कमल किशोर जोशी, जनसंपर्क अधिकारी उत्तराखंड पर्यटन ने बताया कि गुजरात और उत्तराखंड के ऐतिहासिक संबंध हैं। जहां एक और उत्तराखंड के कौसानी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अनासक्ति आश्रम है तो वहीं दूसरी ओर उनका प्रसिद्ध साबरमती आश्रम अहमदाबाद में स्थित है। गुजरात के लोग उत्तराखंड आकर योग, वेलनेस के माध्यम से अपना स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने टूरिज्म फेयर के आयोजन के लिए आयोजकों का धन्यवाद किया और कहा कि इस तरह के आयोजनों से पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति जानने का मौका मिलता है। इस प्रकार के आयोजन स्थानीय स्टेकहोल्डर्स के व्यवसाय में वृद्धि करते हैं और राज्य की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ता प्रदान करने का कार्य करते हैं।

आयोजन में प्रतिभाग कर रहे श्री अभिषेक आलुवालिया, अध्यक्ष, टूर एंड ट्रैवल एसोसिएशन यहां पर चारधाम यात्रा से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि गुजरात के ट्रैवल एजेंट द्वारा इस संबंध में काफी उत्साह दिखाया जा रहा है।

कॉर्बेट से यहां आए श्री मुनिंद्र तिवारी ने बताया कि जिम कॉर्बेट आने वाले सैलानियों में अच्छी खासी संख्या गुजरात के पर्यटकों की होती है। उम्मीद है कि इस आयोजन के बाद यह संख्या और बढ़ेगी।

प्रतिभाग कर रहे गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडल विकास निगम के प्रतिनिधि आगंतुकों को साहसिक गतिविधियां, चारधाम की गाइडलाइन, योग और वेलनेस के साथ-साथ अल्पज्ञात स्थानों जैसे हरसिल, खिरसू, चकराता, चौकौड़ी, मुनस्यारी, लैंसडाउन, बिनसर आदि की जानकारी दे रहे हैं।

ऋषिकेश से आए श्री मनीष पंत ने कहा कि ऋषिकेश योग और वेलनेस का केंद्र है और वे यहां पर आने वाले आगंतुकों के साथ वैलनेस और योग संबंधित जानकारी साझा कर रहे हैं।

इंटरनेशनल ट्रैवल टूरिज्म फेयर के आयोजक श्री संजीव अग्रवाल ने तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान उपस्थित प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिन पर्यटक हितधारकों के बीच बातचीत और विचारों को साझा करने का एक मंच मिलेगा।

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