आदि कैलाश एवं ऊँ पर्वत के दर्शन करना हुआ अब और भी आसान

– राज्य में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिये जाने के उद्देश्य से उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग ने हैलीकाॅप्टर द्वारा आदि कैलाश एवं ऊँ पर्वत दर्शन योजना की सफल शुरूआत 1 अप्रैल 2024 से  की गयी,

– वाईब्रेंट विलेज में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को रोजगार के अवसर तथा पलायन रोकने की अहम पहल।

देहरादून, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। राज्य में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिये जाने के उद्देश्य से उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद द्वारा एक नई पहल की गयी है, जिसमें पर्यटकों को हैलीकाॅप्टर के माध्यम से पिथौरागढ़ स्थित भगवान शिव के निवास स्थान आदि कैलाश तथा ऊँ पर्वत के दर्शन कराये जा रहे हैं। इसी क्रम में दिनांक 01.04.2024 को प्रथम 16 सदस्यीय दल को MI 17 हैलीकाॅप्टर के माध्यम से आदि कैलास एवं ऊँ पर्वत के दर्शन कराये गये। इस 16 सदस्यीय दल में दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, उड़ीसा तथा अन्य राज्यों के पर्यटक शामिल थे। सभी पर्यटकों की सुविधार्थ होटल से हैलीपैड तथा यात्रा के पश्चात् हैलीपैड से होटल तक सुविधाजनक मोटर कार द्वारा पहुँचाया गया। हैली यात्रा से पूर्व, पारम्परिक मंत्रोचारण एवं माल्यापर्ण कर सभी पर्यटकों का स्वागत किया गया।

लगभग 02 घंटे की इस उड़ान के दौरान पर्यटकों ने आदि कैलाश, ऊँ पर्वत सहित कई अन्य चोटियों, विहंगम दृश्यों का आनन्द प्राप्त किया। यात्रा के दौरान गाईड के माध्यम से पर्यटकों को सभी पर्यटन गतंव्यों तथा चोटियों के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी तथा उड़ान के पश्चात् सभी पर्यटकों को ब्रेकफाॅस्ट भी कराया गया। पर्यटकों द्वारा इस उड़ान यात्रा को काफी सराहा गया। इस पैकेज का आरम्भिक मूल्य रू0 26,000/- कर अतिरिक्त है।

पर्यटन विभाग दिनांक 15.04.2024 से 04 रात/05 दिन की आदि कैलाश तथा ऊँ पर्वत की यात्रा भी प्रारम्भ करने जा रहा है। इस पैकेज के अन्तर्गत पर्यटकों को रात्रि विश्राम हेतु पिथौरागढ़ में 01 रात तथा गूंजी/नाभी/नेपलच्यू के होमस्टे में 03 रात की व्यवस्था सम्मिलित होंगी। साथ ही कुल 06 हैली यात्रायें तथा ।सस ज्मततंपद टमीपबसमे द्वारा दुर्गम मार्गों पर आवागमन भी पैकेज में शामिल होगा। पैकेज की अधिक जानकारी www.triptotemples.com पर उपलब्ध है।

सचिन कुर्वे, सचिव पर्यटन/मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने बताया कि राज्य में विभिन्न प्रकार के पर्यटन को बढ़ावा दिये जाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा यह नई पहल की गयी है। इस यात्रा से क्षेत्र के शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा साथ ही क्षेत्र के स्थानीय लोगों को स्वरोजगार के अवसर भी प्राप्त होगें। श्री कुर्वे ने यह भी बताया कि इस पहल के तहत राज्य सरकार दूरस्थ गतंव्यों में भारत सरकार की वाईब्रेंट विलेज योजना के तहत पर्यटन को बढ़ावा देकर स्थानीय निवासियों के पलायन की समस्या को रोकने की दिशा में कार्य कर रही है। हैलीकाॅप्टर पैकेज शीतकाल के दौरान ही संचालित किये जायेगें, जिससे राज्य में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा मिल सके।

 

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