परमार्थ गंगा आरती में किया सहभाग, परमार्थ निकेतन सहित टिहरी बाजार, टिहरी झील, देवप्रयाग, संगम घाट में हुई शूटिंग
ऋषिकेश/देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। परमार्थ निकेतन आश्रम में ’कुर्बांन हुआ’ सीरियल की टीम पहुंची उन्होने परमार्थ निकेतन आश्रम और परमार्थ गंगा तट पर कुर्बांन हुआ’ टीवी सीरियल की शूटिंग की।
विदेश प्रवास से लौटे परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी से सीरियल ’कुर्बान हुआ’ की पूरी टीम के भेंट कर आशीर्वाद लिया। तत्पश्चात सभी ने विश्व विख्यात परमार्थ गंगा आरती में सहभाग किया।
उत्तराखण्ड राज्य योग और ध्यान के साथ शूटिंग के लिये भी निर्माताओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। विश्व स्तर के पर्यटकों के साथ साथ टीवी सीरियल और फिल्मों की शूटिंग के लिये उत्तराखण्ड राज्य में लोगों की बढ़ती उत्सुकता के माध्यम से यहां के रोजगार, पर्यटन और स्थानीय वस्तुओं, मशहूर व्यंजनों के साथ उत्तराखण्ड की संस्कृति और संस्कारों को भी बढ़ावा मिलेगा।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के पास आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर है और यही इस राज्य की आत्मा है। प्राकृतिक रूप से समृद्ध इस राज्य के पास अनेक अमूल्य धरोहर है। माँ गंगा सदियों से चली आ रही उत्कृष्ट आध्यात्मिक परम्पराओं की वाहिका है। इन परम्पराओं को सहेजना हम सभी का कर्तव्य है। उत्तराखण्ड की इन दिव्य परम्पराओं और प्राकृतिक सौंदर्य को फिल्मों और टीवी सीरियलों के माध्यम से सहेजना और प्रसारित करना वास्तव में श्रेष्ठ कार्य है।
स्वामी जी ने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं को प्रदूषित पर्यावरण के प्रति सचेत करने की नितांत आवश्यकता है। लोग टीवी सीरियलों और फिल्मों से प्रभावित होते है अतः इनकी पटकथाओं के माध्यम से सिंगल यूज प्लास्टिक, कार्बन उत्सर्जन करने वाले कारक और ईको फ्रेंडली उत्पादों के महत्व के बारे में भी बताया जाना चाहिये। उन्होेेने कहा कि एक बात हर व्यक्ति को याद रखनी चाहिये की हम प्रकृति के शोषक नहीं बल्कि पोषक है।
टीवी सीरियल ’कुर्बांन हुआ’ के श्री अय्यम मेहता, अभिनेत्री प्रतिभा, अभिनेता करन जोतवानी, निर्देशक तबरेज खान, निर्माता सोनाली जाफर तथा लाइन प्रोडयूसर नितिन पुंडीर ने परमार्थ गंगा आरती में सहभाग किया। स्वामी जी ने पूरी टीम को पर्यावरण का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया तथा गंगा आरती में उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को एकल उपयोग प्लास्टिक का उपयोग न करने का संकल्प कराया। सभी ने मिलकर विश्व स्तर पर स्वच्छ जल की आपूर्ति हेतु विश्व ग्लोब का जलाभिषेक किया।