बकरी की शादी के बाद उत्तराखंड में होगी भैंसों की शादी : हरीश रावत

भ्रष्टाचार का भाजपा ने किया राजकीयकरण

देहरादून।  भाजपा की सहयोग निधि पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी हमला किया है। हरीश रावत ने कहा भाजपा सहयोग निधि इकट्ठा नहीं कर रही है बल्कि भ्रष्टाचार का राष्ट्रीयकरण या यूं कहें कि राजकीयकरण कर रही है। वहीं हरीश ने बकरी स्वयंवर के बहाने भी सूबे की त्रिवेंद्र सरकार पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि बकरी की शादी के बाद उत्तराखंड में भैंसों की शादी होगी।

रविवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे हरीश ने भाजपा पर सरकारी मशीनरी को पार्टी के हित में इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने हर जिले के एक अधिकारियों को आजीवन सहयोग निधि वसूलने का ‘‘टारगेट’ दिया है। अधिकारियों को भाजपा के लिए पैसों के कलेक्शन पर लगाया गया है। वहीं राज्य सरकार के एक साल के कार्यकाल की समीक्षा करने के मसले पर उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा कि चाहे राज्य सरकार हो या केंद्र की मोदी सरकार, उन्होंने ऐसा कोई काम ही नहीं किया, जिसकी समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा सरकार को चार साल हो गए हैं लेकिन एक भी काम ऐसा नहीं जो समीक्षा के लायक हो। वहीं हरीश ने बकरी स्वयंवर के बहाने भी सूबे की त्रिवेंद्र सरकार पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि टीएसआर सरकार में मंत्रियों में आपसी तालमेल की कमी है। सूबे के कई मंत्री एक दूसरे को ही नहीं पचा पा रहे हैं इसलिए ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं। आमजन के दर्द से बेखबर उत्तराखंड सरकार अब भैसों की शादी की तैयारी कर रही है। बकरी की शादी के बाद उत्तराखंड में भैंसों की शादी होगी। त्रिवेंद्र सरकार शायद इसी तैयारी में है। उन्होंने त्रिवेंद्र रावत सरकार पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा सरकार आठ माह में पूरी तरह से फेल हो गई। मंत्री बकरी-बकरी खेल रहे हैं तो मुख्यमंत्री का पता ही नहीं चलता कि वह करते क्या हैं। वहीं सरकारी अधिकारियों को पार्टी के लिए चंदा उगाही में लगा दिया गया है। भाजपा के मंत्रियों में बकरी की शादी को लेकर चले वाद-विवाद पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के मंत्री जानवरों पर एकमत नहीं हैं तो इंसानों का क्या होगा, यह विचारणीय प्रश्न है। तीन मंत्री मिलकर एक महिला मंत्री को हतोत्साहित करते रहे और मुख्यमंत्री इस प्रकरण पर मौन रहे। इससे सवाल खड़ा होता है कि क्या मुख्यमंत्री इनके बीच बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए या वह खुद बकरी की शादी प्रकरण का लुत्फ उठाते रहे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में कुछ मंत्री जरूरत से ज्यादा उछलकूद कर रहे हैं तो कुछ बगुलाभगत बने हुए हैं। उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार आमजन के लिए नहीं, बल्कि भाजपा के लिए काम कर रही है। कांग्रेस से भाजपा में गए सतपाल महाराज और यशपाल आर्य और अन्य नेताओं पर प्रकारांतर से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के कारण उत्तराखंड में राजनीति निचले स्तर पर चली गई है। कुछ लोग हमेशा अपने मुख्यमंत्री को परेशान करते रहे। उनका दल बदला, लेकिन चरित्र नहीं बदला। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *