महिलाओं की असुरक्षा की गंभीर समस्या: तीन साल पहले बहुत से दूसरे नारों के साथ यह नारा भी गूँज रहा था ‘बहुत हुआ नारी पर अत्याचार, अबकी बार मोदी सरकार’। हमें पूरा विश्वास है कि लोग अभी इस नारे को भूले नहीं हैं। एसे और इसी तरह के दूसरे नारों के कारण मोदी सरकार सत्ता में आ गई लेकिन नारी पर अत्याचार बंद नहीं हुआ। इन अत्याचारों का ताज़ा उदाहरण हरियाणा सरकार के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी वीरेंद्र सिंह कुंडू की बेटी वर्णिका का पीछा किया जाना और उसका अपहरण करने की कोशिश है। वर्णिका का यह कहना कि अगर वह उस रात डर के मारे गाड़ी रोक दी होती तो न जाने उसका क्या हाल हुआ होता, घटना की गंभीरता को दर्शाता है। इसमें संदेह नहीं कि पुलिस ने वर्णिका के फ़ोन का नोटिस लिया और फ़ौरन मदद मुहैया कराई जिस कारण वह सुरक्षित रही। गिरफ्तारी भी हुई लेकिन जब यह मालूम हुआ कि आरोपी हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष का बेटा है तो स्थिति बदलने लगी। उनपर लगाई गयी धाराएं जो काफी गंभीर थीं, हटा ली गईं। परिणामस्वरूप आरोपियों को ज़मानत मिल गई। यह सब उस पार्टी की सरकार में हुआ जिसने नारी पर अत्याचार ख़त्म करने का वादा किया था। पिछले तीन वर्षों में इस तरह की घटनाओं पर रोक नहीं लगी है, जिनपर बीजेपी आसमान सर पर उठा लेती थी और महिलाओं के खिलाफ अपराध में इज़ाफ़ा भी हुआ है। इसके बावजूद जो चिंता सत्तासीन पार्टी के लोगों में होनी चाहिए, दिखाई नहीं देती।