रूद्रपुर। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की पहल पर विगत वर्षो की भांति इस वर्ष भी हरेला पर्व 16 जुलाई के अवसर पर वृहद वृक्षारोपरण कर हरेला सप्ताह मनाया जायेगा। इसी क्रम मे आज बैठक एपीजे अब्दुल कलाम सभागार मे जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल की अध्यक्षता मे आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने बताया इस वर्ष हरेला सप्ताह (16 जुलाई से 22 जुलाइ) के अवसर पर जनपद मे 51 हजार पौध रोपड का लक्ष्य रखा गया है। उन्होने अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा कि जिन विभागो द्वारा वृक्ष लगाये जा रहे है, उनका ध्यान रखा जाना आवश्यक है ताकि वृक्ष जीवित रह सके। उन्होने कहा छायादार, फलदार वृक्षो के साथ-साथ संगधीपूर्ण, औषधीपूर्ण वृक्षो का भी रोपड किया जाए। उन्होने आंगनबाडी केन्द्र व स्कूलो मे 05-10 पेड लगाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियो को दिये साथ ही उन्होने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि पेड लगाने हेतु भूमि का चयन इस प्रकार किया जाए ताकि गर्मी मे धूप से बचा जा सके व सर्दियो मे धूप मिल सके। उन्होने प्राईवेट स्कूलो मे भी वृक्षारोपण हेतु निःशुल्क पौध उपलब्ध कराने को कहा। उन्होने एनएचएआई व लोनिवि के अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा कि जिन सडको पर कार्य पूरा हो चुका है, उन्ही सडको के किनारे पौध रोपण का कार्य किया जाए। उन्होने कहा जिन सरकारी सम्पत्तियो की बाउंड्री वाल नही है, वहां पर वृक्षारोपण कर बाउंड्री वाल का रूप दिया जा सकता है। उन्होने सभी उप जिलाधिकारी कार्यालयो, पुलिस लाईन, थानों, एएनएम सेंटरो, पंचायत भवनो, चिकित्सालयो आदि मे भी वृक्षारोपण करने के निर्देश दिये। उन्होने सिंचाई विभाग के अधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा कि नहरो, नदी के किनारो पर भी उन वृक्षो का रोपण किया जाए जो भू-कटाव को रोक सके। उन्होने कहा नदी के किनारे बसे लोगो के लिए पानी के बहाव का प्लान बनाकर वृक्षारोपण किया जाए ताकि बाढ के पानी का बहाव कम किया जा सके इसके लिए जनप्रतिनिधियो का भी सहयोग लिया जाए। उन्होने कहा वृक्षारोपण हेतु कोई भी अधिकारी अपने सुझाव दे सकता है ताकि जनपद मे अधिक से अधिक पौध रोपण किया जा सके। उन्होने कहा सरकारी सम्पत्तियो पर वृक्षारोपण प्लान बनाकर किया जाए ताकि कभी आवश्यकता पडने पर बिल्डिग कन्सट्रक्शन का कार्य किया जाए तो पेड को नुकसान न हो।
बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय, पीडी हिमांशु जोशी, डीएफओ कल्याणी, मुख्य शिक्षा अधिकारी पीएन सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्र, मुख्य उद्यान अधिकारी डा0 रामेश्वर सिंह, एसएलएओ एनएस नबियाल, डीपीआरओ विद्या सिंह सोमनाल आदि उपस्थित थे।