उत्तराखण्ड: 46 में से 19 पॉजिटिव मरीज हुए डिस्चार्ज

देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। राज्य में आज कोरोना वाइरस संक्रमण के 277 सैम्पल की जाँच रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है। यह अभी तक एक दिन में प्राप्त हुई निगेटिव सैम्पल रिपोर्ट की सर्वाधिक संख्या है। अभी तक कुल 4061 सैम्पल जोंच हेतु भेजे जा चुके हैं जिनके सापेक्षा 3491 की सैम्पलों रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है और 570 की रिपोर्ट संबंधित लैब के अंतर्गत प्रक्रियाधीन है।
उत्तराखण्ड में कोविड 19 संक्रमण के 46 मामले पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि 19 पॉजिटिव मरीज उपचार उपरांत विभिन्न चिकित्सालयों से डिस्चार्ज कर दिए गए हैं। दून चिकित्सालय से सर्वाधिक 12 कोविड पॉजिटिव डिस्चार्ज हो गए हैं, आज डिस्चार्ज होने वाला मरीज भी दून चिकित्सालय मे ही उपचारित हुआ है।
अपर सचिव स्वास्थ्य श्री युगल किशोर पंत ने जानकारी दी कि अब राज्य में कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीजो की जाँच हेतु सैम्पलों की संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है। उन्होने बताया कि देहरादून जनपद से सर्वाधिक सैम्पल जाँच के लिए भेजे जा रहे है जबकि ऊधमसिंहनगर में इस संख्या को बढाए जाने के निर्देश दिए गए है।
श्री पंत के अनुसार देहरादून जनपद में 71 सैम्पल प्रति लाख, हरिद्वार में 51 सैम्पल प्रति लाख, नैनीताल में 52 प्रति लाख तथा ऊधमसिंहनगर में 23 प्रति लाख की दर अनुसार सैम्पलों की जाँच हो रही है। इस प्रकार उत्तराखण्ड राज्य में अभी तक कोविड जाँच हेत सैम्पल लेने की दर प्रति लाख 21.2 प्रतिशत के अनुसार है।
अपर सचिव स्वास्थ्य, श्री पंत ने कोविड 19 संक्रमण के नियंत्रण हेतु सरकार द्वारा आज तक उपलब्ध कराए गए संसाधनो के बारे में भी बताया और कहा कि इस महामारी से लड़ने के लिए चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य कार्मिकों की सुरक्षा हेतु पर्याप्त मात्रा में ट्रिपल लेयर मास्क, एन0-95 मास्क और पी0पी0ई0 किट उपलब्ध करा दिए गए हैं।
श्री युगल किशोर पंत ने यह भी बताया कि कोविड पॉजिटिव मरीजों के लिए चिन्हित चिकित्सालयों मे 853 आईशोलेसन बैड उपलब्ध हैं जबकि संदिग्ध मरीजों के लिए 2217 आईशोलेसन बैड तैयार कर लिए गए हैं। पॉजिटिव मरीजों के सम्पर्क व्यक्तियों की संख्या को देखते हुए सरकार द्वारा क्वारेंटाईन की सुविधाओं को भी आवश्यकतानुसार बढा दिया है। इस समय 540 संस्थागत क्वारेंटाईन फैसेलिटि हैं जिसमें 17611 बैड उपलब्ध हैं। उन्होने यह भी बताया कि आज की तिथि मे 2101 लोगों को संस्थागत क्वारेंटाईन किया गया है। जबकि 63754 लोग होम क्वारेंटाईन मे रह रहे हैं।
श्री पंत ने राहत शिविरों में रह रहे प्रवासी मजदूरों को निरंतर मनोचिकित्सकों द्वारा दी जा रही काउन्सिलिंग के बारे में भी जानकारी दी जिसके अनुसार अभी तक 15907 प्रवासी मजदूर/ श्रमिकों को विभिन्न राहत शिविरों में जा कर मनोचिकित्सकीय सलाह एवं उपचार दिया गया।

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