देहरादून। अब इसे शिक्षण व्यवस्था में सुधार करने की दिशा में सरकार की एक और कोशिश कहे या फिर कुछ और, जो भी हो, लेकिन सरकार ने शिक्षको के लिए नया फरमान जारी कर दिया है। उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी किये गये फरमान के तहत सरकारी स्कूलों के शिक्षको को अब बायोमीट्रिक के साथ मोबाइल फोन एप से भी हाजिरी लगानी पड़ेगी। यदि सब ठीक रहा तो आने वाले दिनों में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी।
सरकारी स्कूलों के शिक्षक अब अपने उच्चाधिकारियों को अपनी स्थिति से सम्बन्धित गलत जानकारी नहीं दे पाएंगे। शिक्षकों को अब बायोमीट्रिक के साथ मोबाइल फोन एप से भी हाजिरी लगानी पड़ेगी। इसके तहत शिक्षक उज्ज्वल नाम से बनाये गये एप के जरिये अपनी सेल्फी लेंगे और इसे उत्तराखंड एजूकेशन पोर्टल पर अपलोड करेंगे। शिक्षा विभाग के खंड शिक्षाधिकारी बृजपाल सिंह राठौर द्वारा तैयार किया गया उज्ज्वल एप उत्तराखंड एजूकेशन पोर्टल से कनेक्ट रहेगा।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक किसी अधिकारी के फोन करने पर अगर कोई शिक्षक गलत जानकारी देने की कोशिश करेगा तो लोकेशन के संबंध में सॉफ्टवेयर मैसेज भेज देगा। जो भी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं स्कूल में नहीं रहते हैं या फिर बायोमैट्रिक हाजिरी लगाकर चले जाते हैं उनकी पूरी जानकारी इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से पता लग जाएगी। बताया जाता है कि
इस एप का डेमो विद्यालयी शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के समक्ष दिया जा चुका है। अब इस एप का प्रशिक्षण अफसर लेगे, उसके बाद अफसरों को जिलों और ब्लाकों के शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए भेजा जाएगा। शिक्षकों के प्रशिक्षण लेने के बाद इस पर हाजिरी लगनी शुरू हो जाएगी।