देहरादून। सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में वालनट एंड अदर नट फ्रूट ग्रोवर्स एसोसिशन आॅफ इंडिया के अध्यक्ष श्री के.सी.पाण्डेय ने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भेंट कर प्रदेश में अखरोट के विस्तार के लिए अनेक सुझाव दिए। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हाॅर्टीकल्चर के माध्यम से उत्तराखंड के गांवों से पलायन को कम किया जा सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में अखरोट की बहुत सम्भावनाएं हैं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने श्री पाण्डेय द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि अखरोट को प्रोत्साहित करने के लिए वानगई (वालनट एंड अदर नट फ्रूट ग्रोवर्स एसोसिशन आॅफ इंडिया) संस्था के अनुभव का लाभ लिया जाएगा। श्री पाण्डेय द्वारा दिए गए सुझावों पर विचार करने के लिए मुख्यमंत्री श्री रावत ने मंगलवार को संबंधित अधिकारियों की बैठक भी बुलाई है। वानगई के अध्यक्ष श्री के.सी.पाण्डेय ने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया कि वालनट एंड अदर नट डेवलपमेंट बोर्ड की उत्तराखंड में स्थापना की जाए। किसानों को अखरोट की अच्छी प्रजाति के कलमी पौधे उपलब्ध करवाए जाएं। अखरोट के प्रचार प्रसार के लिए अलग से बजट का प्राविधान किया जाए। पंतनगर व भरसार विश्वविद्यालयों में वालनट एवं अन्य नट पर शोध करने को बढ़ावा दिया जाए। पर्वतीय जिलों युवाओं को चिन्हित किया जाए व कागजी अखरोट के पौधे तैयार करने के लिए वेजीटेटिव प्रोपेगेशन ट्रेनिंग को बढ़ावा दिया जाए। भारत सरकार को अखरोट क्षेत्रफल विस्तार, आदि के प्रस्ताव भेजे जाएं।