देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। वन अनुसंधान संस्थान (एफ.आर.आई.) के सिल्विकल्चर एवं वन प्रबंधन प्रभाग की अकाष्ठ वनोपज शाखा द्वारा भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, नई दिल्ली के हरित कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत “अकाष्ठ वन उपज (एन.टी.एफ.पी.)/ औषधीय पौधों के मूल्य संवर्धन और विपणन” विषय पर 21 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का एफ.आर.आई. में शुभारंभ किया गया। देश के विभिन्न राज्यों से 20 प्रतिभागियों को इस पाठ्यक्रम के लिए चयनित किया गया।
श्रीमती आरती चौधरी (आई.एफ.एस.) प्रभाग प्रमुख सिल्विकल्चर एवं वन प्रबंधन प्रभाग, एफ.आर.आई. ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उदघाटन किया एवं सभी अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने एनटीएफपी क्षेत्र में रोजगार के विभिन्न अवसर बताये, साथ ही एफ.आर.आई. द्वारा तकनीकी मार्गदर्शन दिलाने का भरोसा दिया। डॉ. संथन बड़थ्वाल, वैज्ञानिक – एफ, एन्विस कोऑर्डिनेटर द्वारा प्रतिभागियों को ग्रीन स्किल डवलपमेंट प्रोग्राम (जीएसडीपी) के लक्ष्य के बारे में संबोधित किया गया। उन्होंने समग्र पाठ्यक्रम के माध्यम से प्रतिभागियों को अपने हित के लिए आगे बढ़ने को प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. माला राठौर साइंटिस्ट-ई, अकाष्ठ वनोपज शाखा, ने पाठ्यक्रम से संबन्धित रूपरेखा पर प्रकाश डाला। डॉ. विनीत कुमार, रसायन एवं बायोप्रोस्पेक्टिंग प्रभाग प्रमुख द्वारा सगंध पौधों का महत्व बताया गया। इस अवसर पर रजिस्ट्रार, एफ.आर.आई, सिल्विकल्चर एवं वन प्रबंधन प्रभाग के सभी वैज्ञानिक एवं अधिकारी एवं अन्य प्रभागों के प्रमुख भी उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र में डॉ बी.पी. टमटा, वैज्ञानिक-ई, अकाष्ठ वनोपज शाखा, ने सभी उपस्थित अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। समारोह का संचालन कुमारी शिवानी सोनी, द्वारा किया गया।l