Garhwalkavikas.com, देहरादून। हिन्द की चादर श्री गुरु तैग बहादर जी का शहीदी पर्व श्रद्धा पूर्वक कथा कीर्तन के रूप मे मनाया गया लिए
प्रात: नितनेम के पश्चात हज़ूरी रागी भाई चरणजीत सिंह जी ने आसा की वार का शब्द ” तैग बहादर के चलत भयो जगत को शोक, है है है सब जगत भयो जय जय जय सुर लोक “भाई सतवंत सिंह ने शब्द ” हे मन राम सियूँ कर प्रीत ” का गायन किया।
हेड ग्रंथी भाई शमशेर सींग ने कहा कि गुरु तैग बहादर जी ने अपनी शहादत धर्म की रक्षा के लिए दी, प्रत्येक व्यक्ति को अपने अपने धर्म का पालन करने के लिए प्रेरित किया, किसी भी प्रकार का डर स्वीकार न करने के लिए कहा।
मंच का संचालन सेवा सिंह मठारु ने कियाकिया। इस अवसर पर प्रधान गुरबक्श सिंह राजन, महासचिव गुलज़ार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमिंदर सिंह छाबड़ा, उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह, सचिव अमरजीत सींग छाबड़ा, कोषाध्यक्ष मंजीत सिँह, सतनाम सिंह, राजिंदर सींग राजा, बीबी जीत कौर आदि उपस्थिति थे। कार्यक्रम के पश्चात सँगत ने जलपान ग्रहण किया।