देहरादून,(गढ़वाल का विकास न्यूज)। उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने आज देहरादून स्थित शहीद स्मारक में एक आंदोलनकारी बीएल सकलानी द्वारा खुद को शहीद स्मारक में ताला लगाकर कैद की जाने की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि राज्य सरकार की आंदोलनकारियों के प्रति “अपमानजनक और उपेक्षा पूर्ण नीति” के कारण ही ऐसा हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री से राज्य आंदोलनकारियों की अवहेलना किए जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि जिन लोगों ने उत्तराखंड राज्य बनाया और जिनकी बदौलत अब कई कई मुख्यमंत्री राज्य में घूम रहे हैं अगर वहीं उनकी नहीं सुनेंगे तो निश्चित तौर पर आंदोलनकारियों में नाराजगी बढ़ना स्वाभाविक है। उन्होंने आंदोलनकारी सकलानी की मांगों का समर्थन करते हुए कहा है कि हमने कई कई प्रार्थना पत्र और मांग पत्र आंदोलनकारियों की मांगों को लेकर सरकार को भेजे हैं । यही नहीं पिछले 3 सालों में दो दर्जन से ज्यादा प्रदर्शन भाजपा सरकार के सम्मुख हमने किए हैं, परंतु खेद का विषय है कि एक भी मामले में मुख्यमंत्री ने कोई कार्रवाई नहीं की है। उन्होंने कहा है कि सकलानी का सत्याग्रह एक गांधीवादी सत्याग्रह है और सरकार को इसी दृष्टि से इसे लेना चाहिए परंतु जिस तरह से आंदोलनकारियों में आक्रोश बढ़ रहा है उसमें संन्देह नहीं कि भविष्य में आंदोलनकारी और आक्रामक रुख अपना सकते हैं ।जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से आंदोलनकारियों के प्रति संवेदनशील रवैया अपनाने की अपील की हैं।