– राज्य सरकार के प्रवासी सेल के प्रयासों से एक जून को आयोजित होगा सेमिनार
– न्यू जर्सी अमेरिका से ऑटिज्म विशेषज्ञ अनीता थपलियाल शर्मा लेंगी भाग
देहरादून, गढ़वाल का विकास डॉट कॉम। उत्तराखंड सरकार की ओर से गठित प्रवासी उत्तराखंडी सेल के प्रयासों से न्यू जर्सी अमेरिका में रहने वाली प्रवासी उत्तराखंडी और ऑटिज्म विशेषज्ञ अनीता थपलियाल शर्मा, एक जून को देहरादून में ऑटिज्म जागरुकता सेमिनार आयोजित करेंगी।
अनीता शर्मा जनवरी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में शामिल होने देहरादून आई थीं। इसी क्रम में उन्होंने उत्तराखंड में ऑटिज़्म के बढ़ते मामलों को लेकर देहरादून में एक जागरुकता सेमिनार आयोजित करने की इच्छा जताई थी। अब इसी क्रम में उन्होंने आगामी एक जून को होटल हयात सेंट्रिक में उत्तराखंड एसोसिएशन ऑफ नार्थ अमेरिका, दून नर्सिंग होम और दून आई केयर सेंटर के सहयोग से ऑटिज्म जागरुकता सेमिनार आयोजित करने का निर्णय लिया है। जिसमें मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ जया नवानी भी शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि सेमिनार का उद्देश्य माता-पिता, शिक्षक और मेडिकल पेशेवरों को ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD), प्रारंभिक हस्तक्षेप और समावेशी शिक्षा के महत्व के बारे में शिक्षित करना है। सेमिनार में अमेरिका एवं भारत के अंतराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञ भाग लेंगे
इधर, सचिव वीके सुमन ने कहा कि प्रवासी उत्तराखंडी अनीता शर्मा थपलियाल की यह पहल सराहनीय है। उन्होंने बताया कि अनीता शर्मा पौड़ी जिले में एक गांव गोद लेकर वहां कई काम करवा रही हैं। अन्य प्रवासी भी प्रवासी सेल के साथ जुड़कर, राज्य के विकास में योगदान दे रहे हैं। सरकार इस कार्य में उन्हें हर संभव मदद दे रही है।
*ऑटिज़्म को समझना जरूरी*
अनीता शर्मा ने बताया कि ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD) एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जो एक व्यक्ति के संचार, व्यवहार और सामाजिक इंटरएक्शन को प्रभावित करती है। यह एक जीवन भर चलने वाली स्थिति है जिसकी गंभीरता हर व्यक्ति में अलग होती है, लेकिन प्रारंभिक निदान और हस्तक्षेप से किसी व्यक्ति की स्वतंत्र जीवन जीने की क्षमता में महत्वपूर्ण सुधार हो सकता है। इस काम में स्कूली शिक्षकों की अहम भूमिका हो सकती है।