105 फीट ऊंचे ध्वजदण्ड को कंधों पर लेकर श्री दरबार साहिब पहुंची संगत

श्री गुरु महाराज जी के जयकारों के साथ श्री दरबार साहिब लाए गए नए ध्वज दण्ड (नए झण्डे जी)
इससे पूर्व 2017 में बदया गया था ध्वज दण्ड को
देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। श्री गुरु राम राय जी महाराज के जयकारों के साथ 105 फीट ऊंचे नए ध्वज दण्ड (श्री झण्डे जी) को अपने कंधों पर उठाकर बुधवार को संगत श्री दरबार साहिब पहुंची। जिन रास्तों से संगत गुजरी उन रास्तों पर दूनवासी श्रद्धाभाव के साथ स्वागत के लिए पुष्प बरसाते रहे। हज़ारों दूनवासी सुबह से ही इस अद्भुत बेला का साक्षी बनने के लिए पलके पावड़े बिछाए इंतजार करते रहे। जहां-जहां से संगत नए झण्डे जी (ध्वज दण्ड) को लेकर गुजरी, वहां पर दूनवासियों ने पुष्पवर्षा के साथ संगत का ज़ोरदार स्वागत किया व गुरु महिमा की पावन सरोवरी में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित किया। काबिलेगौर है कि साल के पेड की लकड़ी को नए श्री झण्डे जी के लिए तैयार किया गया है। पिछले करीब 2 महीने से श्री झण्डे जी को तैयार करने में कई कारीगर श्री गुरु राम राय इंटर काॅलेज, मोथरोवाला में लगे हुए थे।
ऐतिहासिक श्री झण्डे जी मेले की तैयारियों के मद््देनज़र श्री दरबार साहिब में संगतों के पहुंचने का क्रम तेज़ हो गया है। इस वर्ष नए श्री झण्डे जी चढ़ाए जाएंगे, इस पूर्व वर्ष 2017 में यह सुअवसर आया था। बुधवार सुबह से ही श्री दरबार साहिब परिसर में विशेष चहल पहल शुरू हो गई थी। पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल उत्तराखण्ड सहित आसपास के राज्यों से हज़ारों की संख्या में संगत मंगलवार शाम को ही श्री दरबार साहिब पहुंच गई थी।
श्री दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज की अगुवाई मंे संगत ने बुधवार सुबह 9ः00 बजे श्री दरबार साहिब से प्रस्थान किया। ढोल नगाड़ों व वाद्य यन्त्रों की धुनों पर संगत श्री गुरु राम राय जी महाराज के जयकारे लगाती जिससे पूरी दून घाटी गुरुमई हो गई। रास्ते भर दूनवासियों ने संगत का फूलों की बारिश के साथ जोरदार स्वागत किया।
करीब 10ः15 बजे पैदल संगत श्री गुरु राम राय इंटर काॅलेज मोथरोवाला पहुंची। वहां पर श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने संगत को दर्शन दिए व आशीर्वाद दिया। श्री देवेन्द्र दास जी महाराज ने कहा कि श्री झण्डा मेला प्रेम, स्नेह सद्भाव, भाईचारा, मानवता, श्रद्धाभाव व आस्था से ओतप्रोत मेला है। इस मेले में सभी धर्मों से जुड़े लोग श्री गुरू महाराज का आशीर्वाद प्राप्त करने आते हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री झण्डे जी मेले को पूरी आस्था व श्रद्धाभाव के साथ मनाया जाएगा। 13 मार्च 2020 को श्री झण्डे जी के आरोहण के साथ ही एतिहासिक श्री झण्डा मेला शुरू हो जाएगा।
पूजा अर्चना के बाद करीब 11ः50 बजे संगत ने श्री झण्डे जी ध्वज दण्ड को अपने कंधों पर उठा लिया व श्री गुरु राम राय जी महाराज के जयकारों की बीच श्री दरबार साहिब के लिए प्रस्थान किया। संगत नए झण्डे जी (ध्वज दण्ड) को श्री गुरु राम राय इंटर काॅलेज मोथरोवाला से बंजारावाला, कारगी चैक, पथरी बाग, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल पटेल नगर, लाल पुल, सहारनपुर रोड से सहारनपुर चैक होते हुए श्री दरबार साहिब लेकर पहुंचे। श्री दरबार साहिब परिसर में पहुंचते ही संगत ने ढोल नगाड़ों की थाप पर जमकर नृत्य किया।
श्री गुरु राम राय इंटर काॅलेज, मोथरोवाला से श्री दरबार साहिब लाए गए नए ध्वज दण्ड
बुधवार को संगतें नए ध्वज दण्ड (श्री झण्डे जी) को कंधों पर श्री गुरु राम राय इंटर काॅलेज मोथरोवाला से लेकर श्री दरबार साहिब पहुंचीं। जो इस मनमोहक नज़ारे को देखता, श्रद्धापूर्वक शीश झुका देता। ध्वज दण्ड को संगतें मोथरोवाला, बंजारावाला, कारगी चैक, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताला, लाल पुल, पटेल नगर, मातावाला बाग, सहारपुर चैक होते हुए श्री दरबार साहिब लेका पहुंचीं। जिन जिन रास्तों से संगत ध्वज दण्ड को लेकर गुजरी, दूनवासियों ने उनका अभिवादन करते, उन पर पुष्प वर्षा करते व श्री गुरु महाराज के जयकारे लगाते। रास्ते में जगह-जगह पर संगत के स्वागत के लिए शबील, पानी, फल, प्रसाद, सहित लंगर की व्यवस्था की गई थी।
गिलाफ सिलने का काम तेज़
बुधवार को गिलाफ सिलने का काम तेज़ गति से हुआ। महिलाएं सिलाई मशीन की मदद से गिलाफ तैयार करने के काम में जुटीं रहीं। काबिलेगौर है कि श्री झण्डे जी पर तीन तरह के गिलाफों का आवरण होता है। सबसे भीतर की ओर सादे गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 41 (इकतालीस) होती है। मध्यभाग में शनील के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 21 (इक्कीस) होती है। सबसे बाहर की ओर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है इनकी संख्या 1 (एक) होती है।
दूधिया रोशनी से नहाया श्री दरबार साहिब
श्री दरबार साहिब प्रबन्धन की ओर से आकर्षक साजो सज्जा का विशेष इंतजाम किया गया है। मेला अधिकारी श्री के सी जुयाल ने जानकारी दी कि पूरे दरबार साहिब परिसर में विशेष साजो सज्जा की गई है। खासतौर पर रात के समय श्री दरबार साहिब की आभा देखते ही बन रही है। चारों ओर से पड़ रही दुधिया रोशनी के बीच श्री दरबार साहिब बेहद मनमोहक व आकर्षक दिखाई दे रहा है।
गुरु भक्ति में रंगी संगत
देश विदेश से आई संगत गुरु भक्ति में पूरी तरह रम चुकी है। संगतों ने एक से बढ़कर एक गुरु महाराज के भजन गाए व गुरु भक्ति की महिमा में डूबे रहे। बच्चे बड़े महिलाओं ने गुरु महिमा के गुणगान में बढ़चढ़ कर भागीदारी की।

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