देहरादून। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने आज कहा कि सरकार डीएलएड कर चुके शिक्षा मित्रों में से सिर्फ उन्हीं को सहायक अध्यापक की नौकरी दे सकती है, जिन्होंने टीईटी-वन कर लिया है। जल्दी ही इसके लिए प्रक्रिया शुरू करने की बात भी उन्होंने कही है। इसके साथ ही एलटी से प्रवक्ता के पद पर प्रोन्नति के आदेश जारी कर दिये गये हैं। पांडेय का कहना है कि शिक्षकों के प्रशिक्षण की मान्यता का प्रकरण फंसने के बाद बिना टीईटी पास शिक्षक को अप्रशिक्षित माना जाएगा और ऐसे में सरकार किसी अप्रशिक्षित को नौकरी पर नहीं ले सकती। उन्होंने कहा कि पूर्व में 15-20 साल से नौकरी कर रहे शिक्षकों पर ही अप्रशिक्षित होने की तलवार लटकी है, ऐसे में नये अप्रशिक्षित लोगों को नौकरी पर रखने का कोई सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने सलाह दी कि वे अपना आंदोलन खत्म करके स्कूलों में जाएं और बच्चों को पढ़ाएं। पांडेय ने कहा कि पूर्व के शिक्षकों को राहत देने के लिए सरकार कैबिनेट में जल्द ही प्रस्ताव लाने जा रही है। इस प्रस्ताव से उन्हें प्रशिक्षित की श्रेणी में लाने के लिए ठोस आधार बन जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक समुदाय की सभी समस्याओं का निराकरण करने की पूरी कोशिश हो रही है। इसी कड़ी में सोमवार को ही एलटी से प्रवक्ता के पद पर प्रोन्नति के आदेश जारी कर दिये गये हैं। इस आदेश से 600 शिक्षकों को लाभ मिलेगा। उन्होंने शिक्षकों को भरोसा दिया कि सरकार के स्तर पर उनकी मांगों पर सकारात्मक कदम उठाये जा रहे हैं।