देहरादून। आप भले यकीन न करे, लेकिन यह बात पूरी तरह से सच है। देश की सबसे रहस्यमयी झील में भरे मानव कंकालो के राज से पर्दा उठ गया है। वैज्ञानिको ने इन कंकालो के डीएनए टेस्ट से चौंकाने वाला खुलासा किया है। आईये आप भी जानिये, वैज्ञानिकों ने आखिर इन नर कंकालो के बार में क्या किया खुलासा….
पर्वतीय राज्य उत्तराखंड के चमोली जिले में नंदा देवी चोटी के नीचे हिम झील में पड़े नर कंकालों वैज्ञानिकों द्वारा माइट्रोकोंड्रियल, ऑटो सुमल डीएनए और वाई क्रोमोसोमल किये गये डीएनए जांच से इस बात का खुलासा हुआ है कि ग्रीक देश के लोग सम्राट सिकंदर के भारत आने के पहले भी उत्तराखंड आते रहे हैं। साथ ही यहां स्थानीय लोगों के भी नरकंकाल पाए गए हैं। शोध टीम ने आसपास के क्षेत्र के लोगों की डीएनए जांच भी की है। यह पाया गया कि रूप कुंड में स्थानीय और विदेशी दो नर कंकाल समूह हैं। इस तथ्य ने विज्ञानियों को चौंका दिया है।
पिछले दिनों एंथ्रोपोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया में आयोजित कार्यशाला में बीरबल इंस्टीट्यूट आफ पेलियो साइंसेस के विज्ञानी डॉ. नीरज राय ने इस संबंध में अपनी शोध प्रस्तुति दी। डॉ. नीरज राय ने बताया कि नर कंकालों के सैंपल की डीएनए जांच से ग्रीक का मिलान हो रहा है। ग्रीक के अलावा स्थानीय लोगों के नर कंकाल भी हैं। इसमें अभी और शोध की जरूरत है। शोध से अभी इसकी और परतें खुलेंगी। उन्होंने बताया कि सिकंदर 1000 ईसवी में यहां आया और ये नरकंकाल 850 ईसवी के हैं। दोनों घटनाओं में ढाई सौ साल का गैप है। रूप कुंड राज की और परतें खोलने के लिए एंथ्रोपोलोजिकल सर्वे आफ इंडिया के रीजनल आफिस भी नए प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना बना रहा है।