देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भारतमाता मंदिर हरिद्वार के संस्थापक व महामण्डलेश्वर स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरी जी महाराज के ब्रह्मलीन होने पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरी जी महाराज ने पूरे विश्व में ज्ञान, धर्म व आध्यात्म की पताका फहराकर सनातन संस्कृति के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्वामी जी का जीवन जनकल्याण के लिए समर्पित रहा है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरी जी महाराज सनातन धर्म परंपरा के महान संत थे। सामाजिक व धार्मिक कार्यों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए उनके अनुयायियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। पद्मभूषण जगदगुरू शंकराचार्य श्री सत्यमित्रानन्द गिरी जी महाराज के ब्रहमलीन होने पर बुधवार 26 जून (एक दिन) का राजकीय शोक घोषित किया गया है। बुधवार को प्रदेश में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे और कोई भी शासकीय मनोरंजन के कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरी जी महाराज सनातन धर्म परंपरा के महान संत थे। सामाजिक व धार्मिक कार्यों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए उनके अनुयायियों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। पद्मभूषण जगदगुरू शंकराचार्य श्री सत्यमित्रानन्द गिरी जी महाराज के ब्रहमलीन होने पर बुधवार 26 जून (एक दिन) का राजकीय शोक घोषित किया गया है। बुधवार को प्रदेश में राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे और कोई भी शासकीय मनोरंजन के कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जायेंगे।