भाजपा उत्तराखण्ड की हुई महत्वपूर्ण बैठक, अनुशासन पर दिया गया जोर
देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। भाजपा उत्तराखण्ड की महत्वपूर्ण बैठक आज प्रदेश कार्यालय में सम्पन्न हुई। प्रदेश अध्यक्ष व सांसद अजय भट्ट की अध्यक्षता में हुई इस बैठक को राष्ट्रीय सह महामंत्री संगठन शिव प्रकाश, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, प्रदेश प्रभारी व राश्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू व प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने सम्बोधित किया। मंच पर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद व राष्ट्रीय सचिव तीरथ सिंह रावत, सांसद व पूर्व केन्द्रीय मंत्री अजय टम्टा, महामंत्री खजानदास, राजेन्द्र भण्डारी, अनिल गोयल उपस्थित थे।
दीप प्रज्जवलन व उसके बाद वन्देमातरम् गायन के साथ बैठक का प्रारम्भ हुआ। अपने उद्घाटन संबोधन में प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में संगठन चुनाव व पंचायत चुनाव दोनो चल रहे हैं। जहां पंचायत चुनाव के दो चरण पूरे होने के बाद अब 16 अक्टूबर को अन्तिम चरण का मतदान होना है वही पंचायत चुनाव के चलते संगठन के चुनाव जो स्थगित कर दिये गये थे, 16 अक्टूबर के बाद ये चुनाव प्रारम्भ कर दिये जायेंगे और नवम्बर तक नया संगठन गठित हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि हमारा संगठन जीवन्त संगठन है, और संगठन की रीति-नीति को समझने वाले व कार्य के प्रति समर्पित व सक्रिय कार्यकर्ताओं को हमें इस चुनाव में चुनना चाहिऐ। अब बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक का जो संगठन गठित होगा उसे ही सन् 2022 में विधानसभा चुनाव का संचालन करना है। असली लड़ाई बूथ पर होती है। इसलिए हमें बूथ के चुनाव में पूरा ध्यान लगाना है। उन्होंने गांधी संकल्प यात्रा को पार्टी का महत्वपूर्ण कार्य बताते हुए कहा कि हम 16 अक्टूबर के बाद इस यात्रा जो 2 अक्टूबर को प्रारम्भ हुई थी अब प्रत्येक विधानसभा में पूरा किया जाना है। प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी में अनुषासन को बहुत महत्वपूर्ण बताया और कहा कि अनुशासन भंग किया जाना किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता हमें सदैव अपनी पार्टी की रीति-नीति का ध्यान रखते हुए संयम से कार्य करना चाहिए।
राष्ट्रीय महामंत्री संगठन शिवप्रकाश ने कहा कि हमें बहुत सारे काम एक साथ करने हैं। लेकिन ये सभी काम तभी सफलता के साथ पूरे हो सकते हैं जब हम मिलकर इन कामों को करें। उन्होंने गांधी संकल्प यात्रा को महत्वपूर्ण कार्यक्रम बताते हुए कहा कि गांधी जी ग्राम स्वराज के पक्षधर थे जो चाहते थे कि पंचायत स्वतन्त्र रूप से कार्य करे। लेकिन यह उद्देश्य तभी पूरा हो सकता है जब यह व्यवस्था सही हाथों में हो। वास्तविक सरकार पंचायत व सहकारिता क्षेत्र में होती है और यही कारण है कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पंचायत से पार्लियामेंट तक भाजपा की सरकारें बनाये जाने पर जोर देते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में दो जिलों के अलावा शेष 12 जिलों में बूथ समितियों के चुनाव अपेक्षित सीमा से अधिक हो चुके हैं, लेकिन हमें प्रदेश में सभी 11235 बूथों पर बूथ समितियां गठित करनी है और उनका विवरण पार्टी के ऐप् पर डालना भी है। नवम्बर के प्रारम्भ में मण्डल की चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने के साथ 228 मण्डलों में चुनाव कराये जाने हैं। उन्होंने संगठनात्मक चुनाव में सर्वसम्मति बनाने पर जोर दिया।
श्री शिवप्रकाश ने 9 नवम्बर को राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रमों में पार्टी की भागीदारी को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने प्रदश में प्रदेशा स्तर पर पार्टी के नये कार्यालय के निर्माण को लेकर कहा कि यह कार्य निकट भविश्य में प्रारम्भ हो जायेगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि वर्तमान पंचायत चुनाव और निकट भविश्य में होने वाले रूड़की नगर निगम व विधानसभा उपचुनाव, 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व के अन्तिम चुनाव होंगे। इस समय हम कई काम एकसाथ कर रहे हैं लेकिन काम से कार्यकर्ता का निर्माण होता है और उसके विचार बनते हैं। उन्होंने 9 नवम्बर को राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि जहां सरकार इन कार्यक्रमों को आयोजित करेगी वहीं संगठनात्मक रूप से भी राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए। सरकार इस बार राज्य स्थापना पर केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं करेगी अपितु किसानों, सैनिकों व युवाओं से सम्बन्धित कार्यक्रम, उद्योग सम्मेलन, फिल्म उत्सव, आदि का आयोजन भी किया जा रहा है। साथ ही एक अन्य महत्वपूर्ण कार्य भारत-भारती का आयोजन भी होगा जो राश्ट्रीय एकता की दृश्टि से किया जायेगा। विद्यार्थियों से सम्बन्धित इस कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से प्रदेष में पढ़ने आये छात्रों को जोड़ते हुए उन्हें यहां से प्रेरणा मिले इस बात पर विषेश बल दिया जायेगा। उत्तराखण्ड में ढाई लाख विद्यार्थी बाहर से पढ़ने आते हैं।
प्रदेश के विकास के विभिन्न कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इस एक वर्श में 22 हजार करोड़ रूपये राज्य को प्राप्त हुए हैं और वित्त आयोग की सिफारिशों से भी हमें अच्छी राशि प्राप्त होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड को उत्तर प्रदेश से 2011 से रूका हुआ पेंशन का 25 हजार करोड़ रूपया मिलना शुरू हो गया है। इसमें से 500 करोड़ रूपया मिल चुका है और 250 करोड़ रूपया प्रतिवर्श मिलता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने पार्टी में कुछ लोगों द्वारा की गई अनावष्यक बयानबाजी को आपत्तिजनक बताया और कहा कि हमें मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। प्रधानमंत्री ने देश के संविधान पर माथा टेककर संविधान के महत्व को लेकर हमें स्पश्ट संदेश दिया। साथ ही उन्होंने हमें सबका साथ-सबका विकास व सबका विष्वास का जो मार्ग दिखाया है वही हमारा रास्ता है। उससे भटकना अहितकर है अगर यदि कोई इस बात को स्वीकार कर नहीं चलेगा तो संगठन को भी उसके बारे में निर्णय लेना पड़ सकता है।
प्रदेश प्रभारी व राश्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री श्याम जाजू ने कहा कि जब पार्टी छोटी थी तो उस समय हमारे काम का तरीका अलग था लेकिन अब विस्तार होेने के साथ कार्यों का विस्तार भी बढ़ गया है। आज हम संगठनात्मक, सामाजिक व राजनीतिक सभी कार्य कर रहे हैं, लेकिन हमें काम व कार्यक्रम में अन्तर समझना होगा। कार्यक्रम दिखायी देते हैं जबकि काम उसके पीछे होता है। उन्होंने कहा कि हम पंचायत चुनाव संगठनात्मक चुनाव व राज्य स्थापना दिवस के कार्यों में व्यस्त हैं। लेकिन हमें सभी कार्य सफलता के साथ पूरे करने हैं। संगठन की नई टीम सहमति के आधार पर बननी चाहिए इसी टीम को दो साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव भी कराने हैं।
प्रदेश प्रभारी ने पार्टी में अनुषासन पर जोर दिया और कहा कि पार्टी की विचारधारा से हम अलग होकर नहीं चल सकते। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पूरे देष को साथ लेकर चल रहे हैं। अतः हमें पार्टी की रीति-नीति के अनुरूप ही कार्य करना होगा जिससे ऐसा कोई अवसर न आ सके जिससे पार्टी को कार्यवाही करने पर विवष होना पड़े।
प्रदेश महामंत्री संगठन श्री अजेय कुमार ने संगठनात्मक चुनाव व गांधी संकल्प यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि हमें बूथ स्तर के चुनाव पूरा करने के बाद 5 से 10 नवम्बर के बीच कोई एक तिथि निर्धारित कर पूरे प्रदेष में मण्डल समितियों के चुनाव एकसाथ कराने है। सभी चुनाव आम सहमति से सम्पन्न कराने होंगे। उन्होंने कहा कि बूथ स्तर के चुनाव कराते समय हमें सदस्यता के आधार पर उसकी श्रेणी को भी ध्यान में रखना होगा। टिहरी और अल्मोड़ा में यहां अपेक्षित संख्या से कम बूथ स्तरीय चुनाव हुए हैं उन्हें हमें 16 अक्टूबर के बाद पूरा कराना होगा।
उन्होंने गांधी संकल्प यात्रा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह यात्रा प्रत्येक विधानसभा में 150 किलोमीटर चलेगी और हर यात्रा में न्यूनतम 150 कार्यकर्ता होेने आवष्यक हैं।
बैठक में मंचासीन नेतृत्व के अलावा प्रदेष सरकार में मंत्री, विधायक, प्रदेष पदाधिकारी व दायित्वधारी उपस्थित रहे। बैठक का संचालन प्रदेष महामंत्री व विधायक श्री खजानदास ने किया।