रुड़की/देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। गंगनहर कोतवाली अंतर्गत यादव पूरी क्षेत्र में 31 दिसंबर की शाम श्रीमती वंदना मोहन के घर हुई लूट की घटना के बड़े मामले का गंगनहर कोतवाली पुलिस ने सीआईयू टीम के साथ मिलकर खुलासा कर दिया है। इस मामले में चार शातिर बदमाश पकड़े गए हैं। इस सफलता पर एसएसपी की ओर से पुलिस टीम को ढाई हजार व आईजी की ओर से 5000 का इनाम घोषित किया गया है जबकि वादी परिवार की ओर से पुलिस टीम को 21000 का नगद पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है।
इस मामले का खुलासा आज कोतवाली गंगनहर में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी सेंथिल उदयनराजे स्नेह किया। घटना की बाबत जानकारी देते हुए बताया कि 31 दिसंबर की रात यादव पूरी रुड़की में श्रीमती वंदना मोहन के घर में घुसकर चार अज्ञात बदमाशों द्वारा तिजोरी के साथ ही सोने के जेवरात व कुछ नकदी लूट ली गई थी। इस मामले के खुलासे में गंगनहर कोतवाली पुलिस के साथ ही सीआईडी टीम एसपी देहात स्वपन किशोर सिंह के निर्देशन में लगी हुई थी। घटना में शामिल बदमाशों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने रुड़की शहर के साथ ही बाहरी क्षेत्र में लगे तमाम सीसीटीवी कैमरा को खंगाल डाला और अंत पुलिस मेहनत करते हुए भूस के ढेर में सुई ढूंढने के समान इस केस में सफलता के शिखर तक पहुंचे। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस को एक मारुति इको गाड़ी पर शक हुआ। शक के आधार पर पुलिस ने 30 मारुति कारों का सत्यापन किया, जिसमें मोदीनगर की गाड़ी की पुष्टि हुई। इसके बाद चैकिंग के दौरान मुखबिर की सूचना पर रहीमपुर फाटक के पास से रईश अहमद पुत्र इस्लामुद्दीन निवासी ग्राम विशोखर थाना कोतवाली मोदीनगर जिला गाजियाबाद, अय्यूब पुत्र हाजी मुंशी निवासी गोला कुआं इस्लामाबाद थाना लिसाड़ी गेट मेरठ उत्तर प्रदेश, अजरुद्दीन उर्फ चुन्नू पुत्र मास्टर लईक निवासी कंचवालापुल अहमदनगर गली न 11 थाना लिसाड़ी गेट मेरठ उत्तर प्रदेश को एक मारुति इको कार न UP-14DV- 2554 के स्वामी/चालक अनीश अहमद पुत्र मोहम्मद उमर निवासी विशोखर थाना मोदीनगर जिला गाजियाबाद उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्तों का एक साथी सलीम सेफी उर्फ दीवाना निवासी लिसाड़ी गेट मेरठ फरार हो गया। पुलिस पूछताछ में उक्त अभियुक्तों ने रामनगर में यादवपुरी में लूट की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। साथ ही बताया कि वह कलियर में जियारत करने आये थे। जाते समय उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने 6 सोने के सिक्के, 1 सोने की चेन, एक जोड़ी सोने के कंगन, एक लोहे की तिजोरी, 3 तमंचे 315 बोर, 4 जिंदा कारतूस 315 बोर व खतौली की घटना का एक मोबाइल फोन एंड्रॉयड, 2670 रुपए नगद, आधार कार्ड बरामद किया। अभियुक्तो ने यह भी बताया कि उन्होंने अलीगढ़ व बरेली में भी लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है। सलीम, अजरूद्दीन व अय्यूब अपने को क्राइम ब्रांच का बताकर लूट की घटना करते थे। इस सम्बंध में मुजफ्फरनगर, अलीगढ़ व बरेली पुलिस को भी सूचित किया गया है। अभियुक्त रईश अहमद, अजरूद्दीन, अय्यूब के विरुद्ध अवैध शस्त्र रखने, हत्या, गैंगस्टर व लूट जैसे कई संगीन मामले कई थानों में दर्ज है। फरार अभियुक्त सलीम की गिरफ्तारी हेतु प्रयास किये जा रहे है। इस घटना में शामिल अभियुक्त रईश लिसाड़ी गेट थाने का हिस्ट्रीशीटर होने के साथ साथ आतंकवादी गतिविधियों में भी शामिल है, जो हाल ही में 20 साल की सजा काटकर आया है।
पुलिस टीम में एसपी देहात स्वपन किशोर सिंह, सीओ रूडकी चन्दन सिंह बिष्ठ, एस एचओ, गंग नहर राजेश शाह, प्रभारी निरीक्षक सीआईयू रूड़की रविन्द्र सिंह, उप निरीक्षक नीतीश शर्मा, उप निरीक्षक प्रमोद कुमार, उप निरीक्षक विनोद गोला, उप निरीक्षक विनोद भट्ट, उप निरीक्षक विनय द्विवेदी, उप निरीक्षक नवीन पुरोहित,उप निरीक्षक यशवंत खत्री, हेड कॉस्टेबल देवेंद्र भारती, कॉन्स्टेबल जाकिर, मुकेश जोशी,बृजपाल,कपिल,रणवीर, सुमित, राकेश प्रजापति,धीरज कुमार, चेतन,महिपाल तोमर,रविन्द्र खत्री, सुरेश रमोला, अशोक कुमार,शामिल रहे। घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को डीआईजी गढ़वाल की ओर से पांच हजार तथा एसएसपी हरिद्वार द्वारा ढाई हजार रुपए पुरस्कार की घोषणा की गई।