देहरादून। प्रदेश के वन एवं वन्य जीव, पर्यावरण एवं ठोस, अपशिष्ट निवारण, श्रम, सेवायोजन, प्रशिक्षण, आयुष एवं आयुष शिक्षा मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में केन्द्रीय कौशल विकास मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की अध्यक्षता में सभी प्रदेशों के कौशल विकास मंत्रियों की बैठक में प्रतिभाग किया।
डाॅ0 रावत ने कहा कि कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग का गठन होने से कौशल विकास कार्य तेजी से किया जायेगा। प्रदेश की आई0टी0आई को बेहत्तर ढंग तथा नये कोर्स के साथ प्रारम्भ करने से युवाओं को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि कौशल विकास में नये क्षेत्र जैसे – बागवानी, कृषि एवं अन्य सैक्टरों को जोड़ने से उत्तराखण्ड के युवाओं को रोजगार देने में मद्दगार होगा। अन्य विभागों के साथ समन्वय बनाकर कौशल विकास को गति प्रदान की जायेगी।
उन्होंने कहा वर्ष 2020 तक एक लाख युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा। 2017-18 में 11911 युवाओं को 32 विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिनमें सफलता पूर्वक प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले 7589 युवाओं में से 3503 को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये गये हैं।
पी0एम0के0वी0वाई0 2.0 के स्टेट कंपोनेंट प्लान के अन्तर्गत देश का प्रथम बैच उत्तराखण्ड राज्य में संचालित किया गया है। केन्द्र सरकार के माध्यम से 20 करोड़ 32 लाख की धनराशि अवमुक्त की गई है। जिसके सापेक्ष अभी तक 93 लाख रूपये की धनराशि व्यय की जा चुकी है।