देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेसजनों ने राजभवन में राज्यपाल डा. केके पॉल से मुलाकात की। कांग्रेसियों ने उन्हें राज्य में लगातार हो रही किसानों की आत्महत्या एवं उनकी समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा है कि जीवन के लिए प्राणवायु और जल के बाद तीसरे स्थान पर अन्न सवरेपरि है। चिन्ता का विषय है कि आज सबसे अधिक उपेक्षा देश के अन्नदाता की हो रही है। किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य न मिल पाने, समय पर खाद-बीज न मिल पाने तथा बिजली व सिंचाई सुविधा की परेशानियों के कारण किसान लगातार कर्ज के बोझ से दबता जा रहा है। फसल का उचित मूल्य न मिलने से किसान बैंकों व साहूकारों से लिया गया कर्जा नहीं लौटा पा रहे हैं। किसान अपनी समस्याओं के समाधान को लेकर अपेक्षा कर रहा है कि केन्द्र व राज्य सरकार उनकी समस्याओं का निदान करेगी, लेकिन केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में अभी तक कोई भी सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है। जिससे देश व प्रदेश में किसानों की आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि बैंक व साहूकारों के कर्ज के बोझ से दबे अब तक कुल 9 किसान प्रदेश में आत्महत्या कर चुके हैं। पिथौरागढ़ के सुरेन्द्र सिह, टिहरी के दिनेश सेमवाल एवं चम्बा के राजकुमार, उधमसिंहनगर के रामऔतार व बलविन्दर सिह द्वारा आत्महत्या की गई तथा उधमसिंहनगर के विकासखण्ड खटीमा के किसान भजन सिह की बैंक की वसूली के नोटिस आने के बाद हृदय घात से मृत्यु हुई। इसके अलावा हरिद्वार के झबरेड़ा निवासी सुदेश कुमार त्यागी द्वारा आत्महत्या और अब उधमंिसहनगर के मुख्त्यार सिंह ने बैंक व साहूकारों लिए कर्ज को न चुका पाने के कारण आत्महत्या का रास्ता चुन लिया। किसानों की आत्महत्या का सिलसिला आगे न बढ़े, इसके लिए राज्य सरकार के स्तर पर अविलम्ब ठोस कदम उठाये जाने की जरूरत है। उन्होंने मांग की है कि राज्य के किसानों का ऋण तत्काल माफ किया जाय, फसलों का समर्थन मूल्य घोषित करते हुए उत्पादों को खरीदा जाय तथा मौसम की मार से बर्बाद हुई फसलों का उचित मुआवजा दिया जाय, किसानों को कृषि के लिए ब्याजमुक्त ऋण उपलब्ध कराया जाय, मृतक किसानों के आश्रितों को समुचित आर्थिक सहायता प्रदान की जाय। प्रतिनिधिमण्डल में पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार, महामंत्री गोदावरी थापली, पूर्व प्रमुख प्रभुलाल बहुगुणा, किसान कांग्रेस के अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह, पूर्व दर्जा मंत्री योगेन्द्र खण्डूरी, आजाद अली आदि शामिल थे।