देहरादून। मंत्रियों विधायकों के वेतन भत्ते दोगुने से ज्यादा करने के और उसके लिए कानून में संशोधन करने को BJP के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने सही ठहराया है। बृहस्पतिवार को अजय भट्ट ने कहा कि विधायकों व मंत्रियों पर पहले ही काफी आर्थिक बोझ रहता है। उन्होंने कहा कि विधायकों को तो कर्ज तक लेना पड़ता है ऐसे में सरकार का फैसला उचित है। बता दें कि गैरसैण में हुए हालिया बजट सत्र के अंतिम दिन विधानसभा में लोकायुक्त पर हंगामे के बीच उत्तराखंड राज्य विधानसभा विविध संशोधन विधेयक 2018 भी पारित हो गया। जिससे विस अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मंत्रियों और विधायकों के वेतन भत्ते करीब 120 फीसद बढ़ गए हैं। ये वेतन भत्ते उन्हें एक अप्रैल से मिलने शुरू हो जाएंगे। अब विधायकों का कुल वेतन भत्ते एक लाख 57 हजार से बढ़कर दो लाख 57 हजार के करीब हो गया है। यही नहीं विधायकों ने पूर्व विधायकों की पेंशन बढ़ाकर अपना सेवाकाल खत्म होने के बाद का इंतजाम भी कर दिया है। विधेयक पारित होने से पूर्व विधायकों की पेंशन भी दोगुनी हो गई है। विधेयक के पारित होने से विधायकों को विदेशों में इलाज कराने की सुविधा मिलेगी। एम्स की सिफारिश पर वे विदेशों में इलाज करा सकेंगे। उनका मेडिकल रिएंबर्समेंट केंद्रीय स्वास्य मंत्रालय द्वारा तय दरों के हिसाब से होगा। विधायक घर या जमीन के लिए अब 30 लाख की बजाय 50 लाख रुपये तक का ऋण ले संकेंगे। पहले यह कर्ज उन्हें 6.5 या 7 फीसद की दर से मिलता था लेकिन अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की दरों से उन्हें ऋण मिलेगा। अगर विधायक अपना कर्ज पहले ही चुका देते हैं तो वे दोबारा ऋण लेने के पात्र होंगे। वाहन खरीद के लिए ऋण की सीमा में कोई वृद्धि नहीं की गई है यह अभी भी 15 लाख रुपये ही है।