देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भाजपा विधायको के बीच चल रही जुबानी जंग मामले का पटाक्षेप हो गया है। सीएम दरवार में बीरवार को भाजपा के दो विधायको के बीच चल रही जुबानी जंग का मसला सुलझ गया। दोनों विधायको ने पार्टी के लिए मिलजुल कर काम करने की बात कही है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के जाति प्रमाणपत्र को फर्जी बताते हुए प्रशासन से इस पर कार्रवाई करने की मांग की थी। इतना ही नहीं उन्होंने पुराने दस्तावेज निकालकर एसएसपी को भी उपलब्ध करा दिए थे। वहींए झबरेड़ा विधायक ने भी खानपुर विधायक के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ था। दो दिन पहले पार्टी हाईकमान की चेतावनी के बाद देशराज कर्णवाल ने ज्यादा कुछ बोलने से इन्कार कर दिया था। उनका कहना था कि पूरे मामले में मुख्यमंत्री और पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया गया है। इससे ज्यादा वह कुछ नहीं कहेंगे। वहीं, विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन ने मंगलवार को देहरादून में प्रेस वार्ता कर देशराज कर्णवाल के प्रमाण पत्र को फर्जी करार देते हुए कहा था कि वह कर्णवाल को जेल भिजवाकर ही दम लेंगे।
भाजपा विधायको की जुबानी जंग के कारण पार्टी की हो रही किरकिरी को दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष की ओर से दोनों विधायको को नोटिस तक जारी किया गया था। भाजपा विधायको के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच बीरवार को दोनों विधायक भाजपा के प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल की पहल पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के दरबार में पहुंचे। बाद में दोनों मुस्कुराते हुए मुख्यमंत्री ऑफिस के बाहर निकले। भाजपा के प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल के मुताबिक दोनों विधायकों ने अब तक हुई बयानबाजी पर खेद जताया। उन्होंने बताया कि दोनों विधायकों के मध्य लम्बे समय से संवादहीनता बनी हुई थी। साथ ही आपस मे कुछ गलतफहमियां पैदा हो गई थी। अब दोनों विधायकों के गिले शिकवे दूर हो गए हैं, जिसके बाद दोनों के कहा कि वह पार्टी के लिए मिलजुल कर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि मामला शांत होने के साथ ही अब नोटिस का जवाब देने की जरूरत नहीं रह गई है।