पति को भी पुलिस ने लिया हिरासत में
देहरादून/काशीपुर। कांग्रेस से मेयर प्रत्याशी रही मुक्ता सिंह को पति समेत काशीपुर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन दम्पत्ति को गिरफ्तारी के पीछे दहेज उत्पीड़न से जुड़ा मामला होना बताया जा रहा है। इस मामले में 3 अन्य आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। उधर मुक्ता सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में कांग्रेसियों ने कोतवाली के बाहर प्रदर्शन कर धरना दिया।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस से मेयर प्रत्याशी रही मुक्ता सिंह की बहू प्रियंका पुत्री महेश वर्मा, निवासी गिरीताल कॉलोनी ने बीती 29 सिंतबर को उनके (मुक्ता सिंह) अलावा उनके पति रविन्द्र सिंह, पुत्र शशांक सिंह समेत जेठ जेठानी के खिलाफ दहेज के लिए प्रताड़ित करने व जबरन गर्भपात कराने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। बताया जाता है कि इस मामले में पूर्व विवेचना अधिकारी ने पति के अलावा अन्य के पक्ष में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। एसएसपी ने इस मामले में विवेचना अधिकारी मंजू पवार व दरोगा पीडी जोशी को निलंबित कर दिया था। उसके बाद इस मामले की विवेचना उपनिरीक्षक जय प्रकाश को सौंपी गई थी।
इस बीच कांग्रेस ने मुक्ता सिंह को मेयर का टिकट दे दिया। निकाय चुनाव के चलते पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। गुरुवार को कोतवाल चंचल शर्मा मय फोर्स के साथ कुंडेश्वरी स्थित मुक्ता सिंह के आवास पर पहुंचे। पुलिस ने यहां से मुक्ता सिंह के पति रवि सिंह को हिरासत में ले लिया। पुलिस रवि को लेकर कोतवाली आ रही थी। इसी बीच एआरटीओ कार्यालय के पास मुक्ता सिंह कुंडेश्वरी की तरफ आती दिखाई दीं। पुलिस ने मुक्ता सिंह को रोककर गिरफ्तार कर लिया। पुलिस दोनों को कोतवाली ले आई। मुक्ता सिंह की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही कांग्रेसी कोतवाली पहुंच गए। कांग्रेसियों ने गेट पर प्रदर्शन कर धरना दिया। उन्होंने भाजपा सरकार पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया।
इधर सीओ सिटी काशीपुर का कहना है कि कोर्ट में दहेज उत्पीड़न का मुकदमा चल रहा है। इससे पहले जांच में आईओ ने मुक्ता और उनके परिजनों के नाम हटा दिए थे। दोबारा नए सिरे से की गई जांच में मुक्ता और अन्य के खिलाफ काफी सबूत मिले हैं। इसी आधार पर गिरफ्तारी की गई है।