गौचर निवासिनी श्रीमती देवकी भंडारी ने पीएम केयर फंड में दान की अपनी सारी पूंजी,
पहले भी वे मेधावी छात्र की पढ़ाई का खर्च कर चुकी हैं वहन
देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि देवभूमि उत्तराखंड के चमोली जनपद की गौचर निवासिनी श्रीमती देवकी भंडारी जी ने अपने नाम को चरितार्थ करते हुए कोरोना वायरस के वैश्विक संकट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर पीएम केयर फंड में 10 लाख रुपए की अपनी सारी पूंजी अपने देश के जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए दान की है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि इस भरत भूमि में दानवीर कर्ण और राजा बलि की दानवीरता की कहानियाँ हमने सिर्फ किताबों में पढ़ी थी लेकिन आज साक्षात देख भी ली है। निस्वार्थ भाव से सब कुछ त्याग और दान देने की हमारी भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित करते हुए श्रीमती देवकी जी ने अकेले होकर भी पूरे भारतवर्ष को अपना परिवार समझा और हमारे सामने एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया। नारी शक्ति के रूप में हम सबके लिए बहुत बड़ी प्रेरणा हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए ऐसा हर एक प्रयास इस जंग को मजबूत करेगा। श्रीमती देवकी जी का यह सहयोग निश्चित रूप से हमारे देश के काम आएगा और हमें इस कठिन दौर से बाहर निकालने में मदद करेगा। मुख्यमंत्री ने इस त्याग और दानशीलता की सद्धभावना के लिए श्रीमती देवकी जी का आभार व्यक्त किया है।
बता दें कि देवकी भंडारी की कोई संतान नहीं है। उनके पति रेशम विभाग में सेवारत थे, जिनकी कुछ समय पूर्व मृत्यु हुई थी। स्थानीय लोग बताते हैं कि पहले भी उन्होंने एक मेधावी छात्र की पढ़ाई का खर्चा वहन किया था। देवकी के पिता स्वतत्रंता संग्राम सेनानी थे। ऐसे में देश के कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए उन्होंने बुढ़ापे के लिए जोड़े गए धन से 10 लाख रुपए पी.एम. राहत कोष में जमा करवा दिए हैं। देवकी देवी कहती हैं कि इस संकट के दौरान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम को पूरा करने की मंशा से उन्होंने यह कदम उठाया है। पी.एम. केयर्स कोष में यह रकम जमा कराने के लिए देवकी देवी को अपनी एफ.डी. तुड़ानी पड़ी।