देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्य के चारों धामों व मंदिरों को श्राइन बोर्ड के अंतर्गत लाने की त्रिवेंद्र सरकार के निर्णय की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मांग की कि श्राइन बोर्ड पर आगे बढ़ने से पहले धामों व मंदिरों की व्यवस्था से सदियों से जुड़े लोगों के हक़ हुक़ूक़ व उनके सुझाव पर विचार करने व उनको विश्वास में लेने के बाद ही आगे बड़े। कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महामंत्री संगठन विजय सारस्वत,वरिष्ठ नेता आर्येन्द्र शर्मा, कार्यक्रम समन्वयक राजेन्द्र शाह व पूर्व दायित्वधारी अजय सिंह ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि त्रिवेंद्र सरकार द्वारा चार धाम व मंदिरों को श्राइन बोर्ड के अंतर्गत बिना पंडा पुरोहित समाज को विश्वास में लिए लाने के कैबिनेट के फैसले को तुगलकी फरमान बताते हुए सरकार के निर्णय की आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी मनमानी व जिद्द छोड़ कर पंडा पुरोहित समाज से बातचीत कर मामले को सुलझाना चाहिए।