भारत चीन सीमा पर सैनिकों के मारे जाने पर कांग्रेसजनों ने जताया दुःख
देहरादून, (गढ़वाल का विकास न्यूज)। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गलवां घाटी में चीन के साथ हुई हिंसक झडप में मारे गये भारतीय सेना के 20 जवानों को उनकी शहादत पर श्रद्धांजलि दी तथा इस घटना के विरोध स्वरूप चीन का राश्ट्रीय झण्डा जलाकर अपरा विरोध जताया।
प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस भवन में एकत्र हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीमा पर शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद चीन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए चीन के राश्ट्रीय ध्वज को आग के हवाले किया।
अस अवसर पर प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत ने कहा कि सर्वविदित है कि पड़ोसी देश चीन द्वारा लगातार सीमा पर तनाव का माहौल बनाया जा रहा है। चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया जा रहा है तथा भारतीय सैनिकों को उकसाकर सीमा पर तनावपूर्ण माहौल बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज केन्द्र की मोदी सरकार सीमाओं की रक्षा करने तथा आम नागरिकों को सुरक्षा और उनके सम्मान की रक्षा करने में पूर्णतः विफल साबित हो रही है। देश की सीमा पर ऐसी घटनायें देश की सीमाओं की सुरक्षा पर भी प्रश्न चिन्ह हैं। लेह का गलवां घाटी देश का सीमावर्ती क्षेत्र है जहां पर हुई घटना उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश जैसे सीमावर्ती राज्यों के लिए भी चिंता का विशय है। उन्होंने कहा कि चीन सीमा पर घटी घटना पर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने मौन ओड रखा है।
विरोध प्रदर्शन करने वालों में प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेष उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, प्रदेश महामंत्री पी.के. अग्रवाल, राजेन्द्र शाह, नवीन जोशी, हरिकृश्ण भट्ट, गोदावरी थापली, पूर्व मंत्री अजय सिंह, विषेश आमंत्रित सदस्य सुभाश चैधरी, निवर्तमान मीडिया चेयरमैन राजीव महर्शि,, महानगर अध्यक्ष लालचन्द षर्मा, निवर्तमान प्रवक्ता गरिमा दसौनी, अजय नेगी, सूर्यप्रताप सिंह राणा, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र नेगी, विजय रतूड़ी मोन्टी, पुष्कर सारस्वत, अविनाश मणि, अजय रावत, जिलाध्यक्ष संजय किषोर, गौरव चैधरी, संदीप चमोली, प्रदेष सचिव षांति रावत, मंजुला तोमर, नवीन पयाल, राजेष चमोली, आशीष सक्सेना, संदीप कुमार, मनोज जाडा, बब्बी रावत, दीपक खण्डूरी, अजेन्द्र गुसांई, नवाब सिद्धिकी, राहुल प्रताप सिंह लक्की, राॅबिन पंवार, विपिन पंवार, षोभाराम, प्रदेष सचिव कमरखान, भरत शर्मा, राजवीर तोमर, राजेन्द्र चाौहान, लाखीराम बिजलवाण, महेष जोषी, आदि शामिल थे।