देहरादून (गढ़वाल का विकास न्यूज)। आराधना हम शर्मिंदा है, तेरे कातिल जिंदा है, आराधना को न्याय दो.न्याय दो, जैसे नारो के बीच देहरादून के प्रबुद्ध नागरिकों द्वारा गांधी पार्क में कोटद्वार की आराधना के लिए दिए जला कर नमन किया गया। गत दिवस सायं गांधी जी की प्रतिमा के समक्ष एकत्र हुए प्रबुद्ध नागरिकों के द्वारा आराधना के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा गया। इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गयी।
वक्ताओं ने कहा कि रामपुर तिराहे पर महिलाओं ने अपना बलिदान इस लिए नहीं दिया था कि नोकरशाह, शासन, प्रशासन, सरकार जनता से मुह फेर ले। गांधी जी ने देश के लिए बलिदान दिया, आज अगस्त क्रांति दिवस भी है, क्या यही है आजादी जहां महिलाओं के साथ ही बच्चियों तक से जुड़े अपराध लगातार बढ़ते जा रहे है। समझ नहीं आता कि सरकारें और समाज कब सुध लेगा। ज्ञात हो कि उत्तराखण्ड के पौड़ी जिले के कोटद्वार में दिल दहला देने वाली घटना में एक 10 साल की बच्ची को समोसे का लालच देकर बुलाया फिर दुष्कर्म के बाद हत्या कर बच्ची के टुकड़े कर पन्नी में भर कर फेंक दिया। बच्ची के सिर्फ कंकाल ही मील पाए थे। इस अवसर पर किशोर उपाध्यक्ष, डॉ आर पी रतूड़ी, गरिमा दसौनी, शांति रावत, रेनु नेगी, परिणीता बडौनी, सावित्री थापा, मोहन काला, अमरजीत सिंह, विशाल मौर्य, सुलेमान अली, नेमचंद, गुल मोहमद, सुरेंद्र रांगड़, विजय भट्ट, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।